हिमाचल प्रदेश में टैलेंट की कमी नही है और अगर आप में कुछ करने की क्षमता है तो आज सोशल मीडिया के आने से अपने टैलेंट को सामने रखने की अच्छी सुविधा हो गयी है , अगर आप कुछ हट कर करते है तो यकीनन लोग आपके काम को पसंद करेंगे और आप रातो रात दुनियां की नजरो में आ जायेंगे
हिमाचली रिश्ता डॉट कॉम और बीइंग पहाड़ी डॉट कॉम शुरु से ही ऐसे प्रतिभाशाली लोगो की प्रतिभा को अपने सोशल मीडिया नेटवर्क के माध्यम से प्रोत्साहित करता रहा है आइये आज हिमाचल गौरव श्रृखला में ऐसे ही एक क्रू से मिलाते है
आशीष बहल /प्रियंका शर्मा की रिपोर्ट :
दोस्तों आज आपको मिलाते है हिमाचल गौरव में एक ऐसी उभरती हुई टीम से जिनका हिमाचली टोपी पर गाया हुआ गाना बहुत वायरल हुआ है। सबसे पहले हिमाचली रिश्ता पर इनका वीडियो अपलोड हुआ और इसे जबरदस्त हिट मिले।
इस विडियो में आप देख सकते है की योल की पहाडियों (धर्मशाला के पास ) का क्या खुबसूरत नजारा फोकस किया गया है ,न हाई फाई कैमरा न स्टूडियो में मिक्सिंग, सिंपल गिटार और सादगी भरी आवाज ,और धोलाधार का खुबसुरत नजारा (अगर आप विडियो नही देख पा रहे है तो यहाँ क्लिक करे ,हिमाचली रिश्ता डॉट कॉम का पेज लाइक कर के आप इस विडियो को सीधा यही पर देख सकते है )
हिमाचली रिश्ता डॉट कॉम पेज पर अपलोड होने के मात्र चोबीस घंटो में इस विडियो को दो लाख 90 हजार से अधिक व्यू मिले , और पांच हजार से अधिक लोगो ने इस विडियो को शेयर कर डाला ,अब तक इस पोस्ट को फेसबुक पर आठ लाख बार से अधिक बार देखा जा चुका है ,लाखों लोगों ने इनकी आवाज़ को सराहा। आइये आपको मिलाते हैं इनकी टीम से
टीम में है जिला कांगड़ा के योल से ईशान भाटिया मुख्य गिटार वादक जो बहुत ही जबरदस्त गिटार बजाकर म्यूजिक देते हैं। योल कैंट से ही अपनी आरंभिक पढ़ाई करने के बाद लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की और अभी वहीं कार्यरत हैं। इनके पिता सेना में हैं।
अखिल शर्मा जो कि नूरपुर से हैं अभी कैडबरी कंपनी में कार्यरत हैं और गिटार बजाते हैं। इनके पिता डाॅक्टर हैं। आरंभिक पढ़ाई नूरपुर में ही करने के बाद लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की।
इनकी टीम में बैजनाथ से सैमस्टार कुमार नाम के रैपर भी हैं। इन्होंनेपालमपुर में माउंट कार्मेल स्कूल से शिक्षा लेने के बाद कंप्यूटर साइंस में इंजिनीयर के बाद सैमस्टार इस समय एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम करते हैं। इनके पिता जी हिमाचल पशु पालन विभाग से सेवानिव्रत हैं।
वहीं रोहित शर्मा जो कि बिलासपुर जिला में पले-बङे हैं और गिटार बजाते हैं। इन्होंने भी बारहवीं तक की शिक्षा बिलासपुर में प्राप्त करने के बाद एल पी यू से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की पढाई की। इस समय ये कोगनिजेंट टैक्नोलॉजी सोल्यूशन कंपनी में कार्यरत हैं। इनके पिता अकाउंटैट थे और वर्ष 2012 में वे चल बसे।
इसके साथ ही इनकी टीम में मुख्य गायक के रूप में है जिला चम्बा चुवाड़ी से अंकित शांडिल्य जो सभी गीतों को गाते हैं हिमाचली टोपी गाना भी इन्होंने ही गाया है।
ये थे गाने के बोल
लैणी टोपी ओ चंबे मिंजरां दे मेले गल्ल सुण कमल़ो
टोपी जचदी ओ मिंजो छैल़ लगदी ओ लेयी देयां कमलों
अंकित शांडिल्य बताते हैं कि हम दोस्तों के शौक मिल गए ओर हमने ये बैंड बनाया। कॉलेज में पढ़ते हुए बहुत से कॉलेज में उन्होंने अपनी प्रस्तुतियां दी हैं।
अंकित शांडिल्य चुवाड़ी जिला चम्बा के रहने वाले हैं और इनके माता पिता शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हैं।
अंकित की प्रारंभिक शिक्षा चुवाड़ी में ही हुई तथा उच्च शिक्षा लवली यूनिवर्सिटी में की। अंकित को बचपन से ही गाने का शौक है चुवाड़ी में होने वाली रामलीला में अंकित हर रोज अपनी प्रस्तुति देते थे। बस वहीं से शौक बढ़ता गया।
Advt:हिमाचली रिश्ता डॉट कॉम एक छोटा सा प्रयास है देश और दुनिया के तमाम कोनो में रह रहे हिमाचली लोगो के लिए एक अच्छा जीवन साथी ढूंडने में , यह वेबसाइट हिमाचल के ही लोगो के द्वारा खास हिमाचली लोगो के लिए बनायीं गयी है
अंकित इससे पहले अपनी लवली यूनिवर्सिटी को बहुत सी जगह रिप्रेजेंट कर चुके हैं। इसके लिए यूनिवर्सिटी की तरफ से अंकित को अवार्ड ऑफ हॉनर भी मिल चुका है। दैनिक न्याय सेतु के सुरताज़ के फाइनल में भी पँहुचे थे। साथ ही दिव्य हिमाचल के हिमाचल की आवाज में ज़िला की आवाज भी चुने जा चुके हैं।
कैसे बनी टीम:- इन दोस्तों की टीम लवली यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करते हुए ही बनी। इन्होंने अपनी टीम का नाम Adhirit-the himalayan tribles रखा है।
ये पांचों मित्र लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में मिले। इन सब दोस्तों की संगीत के लिए रूचि और एक ही काॅलेज से पढ़ाई ने इस टीम को खङा किया। आज इनका बैंड खुद गाने बनाता है और उन्हें गाकर सोशल मीडिया में शेयर करता है। परन्तु उनका ये हिमाचली टोपी बहुत प्रसिद्ध हुआ। यह गाना मात्र दो दिन में 2 लाख से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है। हम आशा करते हैं कि इनकी टीम इसी तरह काम करती रहेगी और हमारे हिमाचली संगीत और संस्कृति को यूं ही आगे बढाती जाएगी।
Leave a Reply