शादी समारोह में अपनी संस्कृति की झलक न मिले तो वो शादी ही क्या…?? चाहे वो दक्षिण की शादी हो या उत्तर भारत, हर जगह अपनी संस्कृति से जुड़े लोकगीत और नृत्य देखने को मिलते हैं। हिमाचल, पंजाब या यूं कहें पूरे डोगरी क्षेत्र में लड़के-लड़की दोनों की ही शादी में विवाह गीत गाए जाते हैं।
लड़के की शादी में गाए जाने वाले गीत “घोड़ियां” और लड़की की शादी में गाए जाने वाले गीत “सुहाग” कहे जाते हैं। इसके लिए महिलाएं दो समूह बना कर बारी बारी से गीत के बोल गाती हैं। इन गानों के बोल अगर हम गहराई से समझें तो बहुत कुछ सिखाते हैं।
नीचे बिलासपुर जिले का एक सुहाग गीत दिया है, जिसमें बेटी अपने पिता को कह रही है कि इस मेंहदी के पते बहुत छोटे-छोटे हैं। शादी में एक-दो लाख का दहेज़ देना आपकी शोभा तभी होगी। पिता बेटी को समझाते हुए कह रहे हैं कि तू अपने पति से प्यार से बोलना मेरी शोभा उसी में है।
बिलासपुर जिले का एक सुहाग गीत:
इसा मेंहदिया दे छोटे-छोटे पात
नीवें नीवें पात,
बैठे ओ पंछी रूदन करे…2
पिताजी दाज देयां ओ इक लक्ख दा
देयां ओ दो दो लक्ख दा
शोभा ओ तेरी तांईं बणनी…2
ओ धिए बोल तू मीठे-मीठे बोल
सजन जी दे कोल
शोभा ओ मेरी तांईं बणनी…2
इसा मेंहदिया दे छोटे-छोटे पात
नीवें नीवें पात,
बैठे ओ पंछी रूदन करे…2
Suhag Geet by Ladies in a Wedding in Bilaspur
नीचे दिए गए गाने(घोड़ी) में लड़का अपने दादा को कह रहा है कि घोड़ी ले आओ मुझे भी नईं दुल्हन का चाव है। फिर पूछ रहा है कि बागों में फूल खिलते हैं आज बहुत बड़ा फूल खिला है। तो दादा कहते हैं कि बेटा आजकल शादियां हो रहीं हैं ये इसीलिए खिला है। फिर वो अपनी बहन से कपड़े और मामा से सेहरा मांगता है कि मुझे भी नईं दुलहन का चाव है।
घोड़ी लियाई दे अज्ज ओ दादाजी
नवींया बन्नीया दा चाव…2
बागीं तां खिलदे फूल्ल ओ दादाजी
अज्ज गट्ट ओ खिलेया…2
लगियां प्रेम वाली शादियां बेटा जी
गट्ट तांईं ओ खिलेया…2
घोड़ी लियाई दे अज्ज ओ डैडी जी
नवींया बन्नीया दा चाव…2
घोड़ी लियाई दे अज्ज ओ चाचा जी
नवींया बन्नीया दा चाव…2
बागीं तां खिलदे फूल्ल ओ चाचा जी
अज्ज गट्ट ओ खिलेया…
बागीं तां खिलदे फूल्ल ओ पाईया जी
अज्ज गट्ट ओ खिलेया..
लगियां प्रेम वाली शादियां पाईया जी
गट्ट तांईं ओ खिलेया…2
कपड़े लियाई दे अज्ज ओ पैणा जी
नवींया बन्नीया दा चाव…2
बागीं तां खिलदे फूल्ल ओ पैणा जी .
अज्ज गट्ट ओ खिलेया…2
लगियां प्रेम वाली शादियां बीरा जी
गट्ट तांईं ओ खिलेया…2
सेहरा लियाई दे अज्ज ओ मामा जी
नवींया बन्नीया दा चाव…2
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By –प्रियंका शर्मा,बिलासपुर हिमाचल प्रदेश ( एडमिन हिमाचली रिश्ता डॉट कॉम )
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