अखियाँ च बसदी बंडेर व्यासा
अखियाँ च बसदी बंडेर व्यासा
चेते जे आई जांदी तू ओ अडिये
चेते जे आई जांदी तू ।।।।।।।।
मिलना बिछुडना बड़ी कोई गल नी
सुख दुःख जिन्दडी च रहना हर पल नी
पर इस दुखडे च मिलणें दी गल नी
दूणा वधाई जांदी तू नी गोरीये दूणा
वधाई जांदी तू
अखियाँ च वसदी ………… … … …
दूसदे नी हुण से बढ़ी दे टियालु
डंगरेयां चरांद े ओथू गुआलु
गप्पां सुणांई हसांदा था कालू
कितना रुलाई जांदी तू ओ अडिये
कितना रुलाई जांदी तू ।।।।।।।।।
नैंणां दे दरवाज़े मैं आई ढुकदा
लोरी सुनाई जांदी तू।।।।।।।।।
अंखिया च बसदी बंडेर ब्यासा
चेते जे आई जांदी तू ।।।।।।।।
Source : Facebook Page (Himachali Sangeet )
क्या आप अपना सच्चा जीवनसाथी तलाश कर रहे है ? आज ही हिमाचल की पहली निशुल्क मेट्रिमोनियल वेबसाइट www.himachalirishta.com में अपना प्रोफाइल बनाये और चुने हजारों प्रोफाइल्स में अपना जीवनसाथी
क्या आप हिमाचली है और अपने या किसी रिश्तेदार के लिए अच्छा रिश्ता ढूंड रहे है ?आज ही गूगल प्ले स्टोर से हिमाचली रिश्ता की एप डाउनलोड करे और चुने हजारो हिमाचली प्रोफाइल में उचित जीवनसाथी हिमाचली रिश्ता डॉट कॉम पर
Facebook Comments
Leave a Reply