जोगिंद्रनगर – श्रीनगर के पंपोर में सीआरपीएफ टुकड़ी पर हुए आतंकी हमले में जोगिंद्रनगर के भराडू निवासी कांस्टेबल राज कुमार राणा ने शहादत का जाम पिया है। सीआरपीएफ में बतौर चालक तैनात 40 वर्षीय राज कुमार राणा भी सीआरपीएफ की रूटीन गश्त पर ड्यूटी दे रहे थे कि आंतकवादी हमले का शिकार हो गए। उनकी शहादत का समाचार सुनते ही भराडू व उनकी ससुराल मंझारनू सहित समूचे क्षेत्र में शोक की लहर है। उनके घर भराडू में शोक प्रकट करने वाले रिश्तेदारों व अन्य लोगों का तांता लग गया है। शहीद राणा अपने पीछे विधवा माता, पत्नी व दो नाबालिग बेटियां छोड़ गए हैं। उनकी माता व पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है, जबकि 10 व 12 वर्षीय बेटियों को यह नहीं मालूम कि घर में इतने लोग क्यों एकत्रित हुए हैं। उन्हें क्या पता था कि लगभग दो माह पहले उनके पापा, जो शीघ्र घर आने का वादा करके गए थे, अब तिरंगे में लिपटे घर वापस आंएगे। शहीद राणा के पिता भी सीआरपीएफ में तैनात थे व ड्यूटी के दौरान उनकी मौत हो जाने के बाद उनके स्थान पर उनके बेटे को नौकरी मिली थी। राज कुमार राणा की शादी जोगिंद्रनगर के करीबी मंझारनू गांव के रावत परिवार में हुई थी। जोगिंद्रनगर के पूर्व विधायक सुरेंद्र पाल ठाकुर ने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
Source : Divya Himachal
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