What is Intolerance? आखिर क्या है असहिष्णुता
असहिष्णुता का अर्थ,
असहिष्णुता : आज फेसबुक ,ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया पर एक ही मुद्दा छाया है असहिष्णुता ( Intolerance )। सहिष्णुता को लेकर बहस चारों ओर चल रही है लेकिन असहिष्णुता शब्द का मतलब क्या है और इसका प्रयोग किस लहजे में किया जाता है यह जानना भी जरूरी है।
आखिर क्या है असहिष्णुता
असहिष्णुता का डिक्शनरी मीनिंग (dictionary meaning of ) तो Intoleranceहै “जो सहन न किया सके “।
Intolerance means something that can not be tolerated .यानि अगर कोई किसी बात को सहन नहीं कर सकता तो वे असहिष्णु हो जाता है। लेकिन मौजूदा बहस अगर आप किसी धर्म, जाति आदि के विचारों को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं तो आप असहिष्णु हो रहे हैं। इन दिनों असहिष्णुता को लेकर जो बहस चल रही है वह एक धर्म के इर्द-गिर्द ही है जिसको लेकर तमाम नेता अपने बयान दे रहे हैं।
माना जाता है कि असहिष्णुता मानव जाति में कभी खत्म नहीं होती है। इसकी वजह से युद्ध छिड़े हैं, धार्मिक उत्पीड़न हुआ है। धर्मांधता, रुढ़िवादिता, लांछन लगाना, अपमान करना, जाति संबंधी मजाक उड़ाना, ये सब व्यक्तिगत असहिष्णुता की निशानी है। असहिष्णुता से असहिष्णुता उपजती है।
असहिष्णुता का मुदा देश में हुए तो अलग अलग घटनाक्रमों से उपजा :
1.Kannada language scholar M. M. Kalburgi :
अगस्त महीने में कन्नड़ भाषा के एक प्रसिद्ध बिद्वान् एम एम कालबुर्गी को उनके घर में गोली मार दी गयी। Kalburgi मूर्ति-पूजा, के एक जाने-माने आलोचक थे।
2.Muslim Killed for Beef in Dadri :
असहिष्णुता के मामले ने सबसे ज्यादा तब तूल पकड़ा जब सितम्बर 2015 में राजधानी दिल्ली से सट्टे ग्रेटर नॉएडा के दादरी कस्बे में एक मुस्ल्मिम समुदाय के आदमी “मोहमद अखलाक़” को गाये का मांस खाने पर कुछ शरारती तत्वों ने हत्या कर दी।
हमारे देश के राजनीतिज्ञों को मौका मिल गया राजनैतिक रोटिया सेकने का और इस दुःख ही घडी में सभी राजनैतिक दलों ने अपनी राजनैतिक रोटिया सेकने में कोई कसर नही छोड़ी।
कुछ लोगो ने उस आदमी के मारने कर समर्थन किया तो कुछ ने विरोध , मृतक को मुआवजा देने पर भी फेसबुक ,व्हॉट्सपप्प ,ट्वीटर पर तरह तरह की सामग्री आदान प्रदान हुई।
Prize Retun Tamasha
फिर इस से घटना निराश कुछ शाहित्यकरो ने अपने पुरष्कार वापिस करने के तमाशे शुरू कर दिए। देश में तरह तरह के ढोंगी लोगो के गिरोह निकल कर सामने आ गए। तथाकथित बुद्धिजीवी वर्ग रोज दसियो चैनल पे जा-जा कर कहते हैं कि देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खत्म हो रही है|
दुनिया भर के ढोंगी हिन्दू बाबाओ और मुस्लिम धर्म के आकाओ ने आग में घी डाला। गो सेवको के कई दल कुकरमुत्ते की तरह निकल आये।
Bihar Elections:
इसी बीच बिहार में चुनावो का प्रचार शुरू हो गया और देश के गद्दार नेताओ को मानो चुनाब प्रचार में कुत्ते को हड्डी के सम्मान मुद्दा मिल गया।
Bollywood Statements:
पुरष्कार वापसी का दौर जारी रहा और अभी भी है। इसी बीच बॉलीवुड के अभिनेता /अभिनेत्रियों के बयान आने लगे। फेसबुक पेजेज , टीवी पर डिबेट के लिए एक बहुत बड़ा मुद्दा मिल गया है।
अभी हाल में आमिर खान ने यह कहा की उनकी पत्नी ने उनसे कहा की उनको भारत में रहने से डर लगता है। पुरे भारत में इस चीज का विरोध हो रहा है ,आमिर खान के पुतले जलाये जा रहे है । वही दूसरी तरफ आमिर ख़ान को अब मुलायम सिंह यादव, ओवैसी और शरद यादव का भी साथ मिल गया है। मुलायम सिंह ने कहा है कि आमिर ख़ान की बात सरकार को सुननी चाहिए।
कुल मिला कर इस समय पुरे देश में का मुद्दा छाया हुआ है और सोशल मीडिया पर हैशटैग #Intollerence वायरल हो चूका है
कुल मिलाकर अंत में यह कहना चाहता हु के यह जिस प्रकार के भी घटनाक्रम हो रहे है हमारे देश के आंतरिक और बाहरी सुरक्षा तंत्र को कमजोर कर रहे है और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में भी भारत का नाम खराब हो रहा है
Article Written by:- Satish Kr Malanch ,Kangra
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