इंसान को अलग-अलग तरह की आदतें होती हैं. किसी को नाखून चबाने की आदत होती है तो किसी को बैठे-बैठे पैर हिलाने की. किसी को नहाते वक्त गाना गुनगुनाने की आदत होती है तो किसी को साफ़-सफाई करने की. कुछ आदतें अच्छी होती हैं तो कुछ बुरी. आदत अच्छी लगे तो अच्छा है लेकिन बुरी आदत की लत लग जाने पर जिंदगी बर्बाद हो जाती है. आपने देखा होगा कि बहुत सारे लोगों को उंगलियां चटकाने की आदत होती है. वह बैठे-बैठे कहीं भी अपनी उंगलियां चटकाने लग जाते हैं

जब काफी ज्यादा थकान महसूस होती है तो हमेशा हम अपनी उंगलियों को चटकाना शुरू कर देते हैं। एक उंगली फिर दूसरी उंगली फिर धीरे-धीरे सारी उंगलियां ही चटकाते हैं। फिर जाकार कहीं हमें सुकून मिल पता है। और फिर बाद में धीरे-धीरे ऐसा लगता है कि यह हमारी आदत सी बन जाती है। और फिर जब हमें कभी भी खाली वक्त मिलता है तो हम अपनी उंगलियों को चटकाना शुरू कर देते हैं।

लेकिन ऐसा करने से उन्हें कितना नुकसान होता है ये नहीं जानते है वो लोग।  डॉक्टर के अनुसार उंगलियां चटकाना न ही अच्छा है और न ही बुरा लेकिन जो लोग दिन में कई बार उंगलियां चटकाते है उन्हें जोड़ों में दर्द जैसी समस्या हो सकती है क्यूंकि कई सारे अध्ययनों में ये दावा किया गया है कि उंगलियां चटकाना जोड़ों के लिए काफी हानिकारक होता है।

गठिया का खतरा: उंगलियां चटकाने की आदत सही नहीं मानी जाती । ऐसा कहा जाता है कि इससे आपको आगे चलकर गठिया रोग हो सकता है । इस रोग में आपके जोड़ दुखने लगते हैं और कई बार हालत इतनी गंभीर हो जाती है कि व्‍यक्ति का चलना फिरना तक दूभर हो जाता है । कया उंगली चटकाने से गठिया हो सकता है, इसके बारे में पता लगाने के लिए एक खास रिसर्च की गई ।

 

डॉक्‍टर ने किया प्रयोग: कैलीफॉर्निया के एक डॉक्‍टर ने उंगली चटकाने को लेकर फैले भ्रम पर शोध करने के बारे में विचार किया । खबर के मुताबिक पूरे 60 वर्षों तक डॉक्‍टर ने खुद पर ये एक्‍सपेरिमेंट किया और वो जिस नतीजे पर आए वो चौंकाने वाले थे । ये प्रयोग काफी फायदेमंद रहा क्‍योंकि इससे ना सिर्फ लोगों का भ्रम दूर होगा, बल्कि सेहत को लेकर उनमें जागरूकता भी आएगी ।

ऐसे किया एकसपेरिमेंट:डॉक्टर डोनाल्ड नाम के इस डॉक्‍टर ने अपने बाएंग हाथ की उंगलियों को चटकाया, ऐसा उन्‍होने अपने दाएं हाथ के साथ नहीं किया । लंबे समय से ये प्रयोग करने के बाद अब वो इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि दोनों हाथों में कोई खास अंतर नहीं है । ना ही उन्‍हें किी प्रकार की कोई परेशानी हो रही हे और ना ही गठिया के कोई लक्षण ही उभरकर आए हैं ।

भ्रम टूटा: कुल मिलाकर डॉक्‍टर के इस प्रयोग ने उन लोगों का भ्रम तोड़ दिया है जो ये समझते हैं या ये कहते हैं कि उंगलिया चटकाने से आने वाले समय में गठिया की प्रॉब्‍लम हो सकती है या फिर कोई ओर समस्‍या हो सकती है । हां ऐसा करने से आपको हाथों में दर्द हो सकता है । उंगलियां चटकाने की आदत इसलिए सही नहीं है क्‍योंकि कई बार आप ऐसा करते हुए खुद को चोट पहुंचा सकते हैं ।

जब अपनी उंगलियां चटकाते है तब इन हड्डियों में दरार आ जाती है।उंगलियां आपस में लिगामेंट से जुड़ी होती हैं और हम बार बार उंगलियों को चटकाते है तो उंगलियों के बीच में होने वाला लिक्विड कम होने लगता है और अगर ये लिक्विड खत्म हो जाये तो हमे गठिया जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकता है।

अगर कोई मनुष्य बार बार अपनी उंगलियां चटकाता है तो वो अपनी हड्डियों को बार बार दूसरी हड्डी से खींचता है और अगर जोड़ों को बार-बार खींचा जाए तो इससे हमारी हड्डियों की पकड़ भी कम हो सकती और हमारी ऊँगली टूट भी सकती है।

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