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शंभू बणी के सैह भेडां रेहया चारदा, अनपढ़ पुहाल शिवपुराण क्या...

शंभू बणी के सैह भेडां रेहया चारदा, अनपढ़ पुहाल शिवपुराण क्या करणा छिणियां, थौहड़ू, बदाण क्या करणा। जंगांह-बांही नी त्राण, क्या करणा।। चाल़ेयां चेले देयां चाचू फसी...

नागां जो पधाडी, सपां ते डंगोई गे-हिमाचली कविता By Vinod Bhavuk

नागां जो पधाडी, सपां ते डंगोई गे नागां जो पधाडी, सपां ते डंगोई गे खरी जमीन बंडी, टब्बर बंडोई गे इक्की पेटें जम्मे, पुतर खंडोई गे चम्बे कन्ने...

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